ज़िन्दगी में बहुत कुछ करना बाकि है अब तोह सला ज़िन्दगी में मरना बाकि है दिया भी तोह कुछ भी नहीं ज़िन्दगी ने मुझे जो भी मिला उसमे यहाँ हसना बाकि है
दिल ने कहां जिंदगी से कुछ उधेर लूं ज़िन्दगी की साड़ी भूलें आज सुधर लूं चालु अब में उस रस्ते मैं जो माँ ने बोला था मन में पली खमियान कभ निखर लूं
प्यार भी करू ज़िन्दगी से उसमे खुश रहूँ सुनु दिलकी बाते साड़ी उसमे खुश रहूँ प्यार के बदले प्यार ढूंढ़ने आज ही छोड़ दू जो भी मिला ज़िन्दगी में उसमे खुश रहूँ
हसुं साड़ी जिंदगी भर गम को भुला दूं जीसने मुजे ठुकरा दीया यूसे भुला दूं वो जो मुजे बोलती थी की पस रहुंगी सधा दिलने कहा मुझे आज उससे भुला दूं
ज़िन्दगी में कुछ लोगो से डरना बाकि है ज़िन्दगी के सफ़र में चलना बाकी है ज़िन्दगी में बहुत कुछ करना बाकि है अब तोह साला ज़िन्दगी में मरना बाकि है
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